गुजरात में कथित मनरेगा घोटाले के मामले को लेकर भरूच पुलिस ने गुजरात कांग्रेस के उपाध्यक्ष हीरा जोतवा और उनके बेटे दिग्विजय जोतवा समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
भरूच के पुलिस अधीक्षक (SP) मयूर चावड़ा ने बताया कि 11 गांवों के सर्वेक्षण में पता चला कि सरकारी धन की हेराफेरी की गई है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मनरेगा में अवैध काम के बारे में संदेह होते ही भरूच DDO ने 56 गांवों में प्राथमिक जांच शुरू कर दी।”
11 गांवों का किया गया सर्वेक्षण
एसपी ने बताया कि डीडीओ ने 11 गांवों का सर्वेक्षण किया और पाया कि सरकारी धन की हेरफेर की गई है। फिर उन्होंने पुलिस शिकायत की और जाली दस्तावेजों, सरकारी राशि की अवैध हेराफेरी और साजिश के बारे में शिकायत दर्ज कराई।
SP मयूर चावड़ा ने बताया कि मनरेगा में प्रयुक्त सामग्री का 60:40 का अनुपात नहीं रखा गया। उन्होंने कहा, “डिप्टी एसपी की निगरानी में एक SIT गठित की गई और जांच की गई। टीम ने उस साइट का दौरा किया जहां काम ठीक से नहीं किया गया था। यह पाया गया कि इस्तेमाल की गई सामग्री संलग्न बिलों से मेल नहीं खाती है, साथ ही 60:40 का अनुपात भी नहीं रखा गया था।”उन्होंने बताया कि जलाराम और मुरलीधर एजेंसियों के मालिक फरार हैं, जिनके विवरण हमने एकत्र किए और पाया कि इन एजेंसियों के अलावा बहुत से लोग इसमें शामिल हैं।
कैसे कर रहे थे हेराफेरी?
मीडिया से बात करते हुए एसपी ने बताया कि हीरा जोतवा किसी और के नाम से एजेंसिया चला रहा था और पैसा उसके रिश्तेदार के खाते में स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “विस्तृत जांच के बाद हमने हीरा जोतवा को गिरफ्तार किया जो किसी और के नाम पर इन एजेंसियों को चला रहा था और पैसा उसके रिश्तेदार के खाते में स्थानांतरित किया गया था।”
उन्होंने बताया कि राजेश दर्जी को गिरफ्तार किया गया है, जो जाली दस्तावेजों के आधार पर सरकार से पैसा इकट्ठा करता था। हीरा जोतवा का बेटा दिग्विजय जोतवा भी इसमें शामिल था, क्योंकि सरकारी धन इन खातों से उसके निजी खाते में स्थानांतरित किया गया था और उसे गिर-सोमनाथ से गिरफ्तार किया गया है।
फर्जी जॉब कार्ड बनाकर किया जा रहा था अवैध काम
एसपी ने बताया, हमारे साक्ष्य के अनुसार फर्जी जॉब कार्ड बनाना, काम न करने वाले लोगों के खाते में पैसा डालना, उस पैसे का निजी उपयोग करना, इस मामले को लेकर हमने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और जो लोग इसमें संलिप्त पाए जाएंगे, उन्हें गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।