अहमदाबाद साइबर क्राइम यूनिट ने फर्जी बम धमकियों के सिलसिले में चेन्नई की एक महिला को गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर, वडोदरा के एक निजी स्कूल में इस साल में दूसरी बार फर्जी धमकी भरा ईमेल मिला, जिसके बाद स्कूल को खाली करना पड़ा।
अहमदाबाद साइबर क्राइम यूनिट ने फर्जी बम धमकियों के सिलसिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चेन्नई की एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान रेनी जोशिल्डा के रूप में हुई है। वह रोबोटिक्स में प्रशिक्षित है और वर्तमान में डेलोइट में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्यरत है।
एकतरफा प्रेम में थी महिला
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) शरद सिंघल ने बताया कि रेनी जोशिल्डा दिविज प्रभाकर नामक व्यक्ति से एकतरफा प्रेम में थी और उनसे शादी करना चाहती थी। लेकिन फरवरी 2025 में दिविज ने दूसरी महिला से शादी कर ली। इसके चलते वह दिविज प्रभाकर के नाम से कई ईमेल आईडी बनाकर उसे फंसाना चाहती थी। वह धमकियाँ भेजने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करती थी और कभी भी अपने डिजिटल ट्रेल का खुलासा नहीं करती थी। लेकिन एक छोटी सी गलती ने पुलिस को सुराग दे दिया। देश के 11 राज्यों की पुलिस इस केस में अहमदाबाद साइबर यूनिट के संपर्क में है।। इस गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने एक बड़े साइबर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है।
एक साल में स्कूल को दूसरी बार मिला फर्जी बम भरा ईमेल
वडोदरा के समा इलाके के एक निजी स्कूल को आज सुबह बम की धमकी से संबंधित एक ईमेल मिला। इसके बाद स्कूल से छात्रों को वास घर भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि पिछले पांच महीने में इस शैक्षणिक संस्थान को यह दूसरी धमकी मिली है। इससे पहले 24 जनवरी को स्कूल को बम की धमकी मिली थी।
एक अधिकारी ने बताया कि बम निरोधक एवं निरोधक इकाई के साथ खोजी कुत्तों ने तीन घंटे तक तलाशी की। इस दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, जिसके बाद धमकी को अफवाह घोषित कर दिया गया। पुलिस निरीक्षक एम.वी. राठौड़ ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने सोमवार सुबह बम विस्फोट की धमकी वाले ई-मेल के बारे में पुलिस को सूचित किया और छात्रों को घर वापस भेज दिया।