दिल्ली: नैनी झील बनेगी नया पर्यटन केंद्र, महोत्सव और देव दीपावली को होगा आयोजन

दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। मॉडल टाउन की नैनी झील नया पर्यटन केंद्र बनेगी। जहां लेजर शो और बोट्स से रौनक बढ़ेगी। विकास और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने नैनी झील को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए।

दिल्ली सरकार राजधानी के जलाशयों को नया जीवन देने की योजना पर काम कर रही है। इसी कड़ी में विकास और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने मॉडल टाउन की नैनी झील का दौरा कर इसके सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) के तहत संचालित इस झील को लेजर शो, मॉडर्न फाउंटेन, शिकारा बोट्स और कैफे के साथ आकर्षक पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। इस मौके पर स्थानीय विधायक अशोक गोयल, पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय निवासी मौजूद रहे।

मंत्री कपिल मिश्रा ने नैनी झील को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए। झील के बीच बने द्वीप पर अत्याधुनिक लेजर शो और एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी, जो वास्तविक समय में जानकारी, सरकारी संदेश और विज्ञापन प्रदर्शित करेगी। इसके अलावा दो नए एलईडी युक्त फाउंटेन लगाए जाएंगे, जो 20 फीट ऊंचाई और 30 फीट चौड़ाई तक पानी का छिड़काव करेंगे। मौजूदा म्यूजिकल डांसिंग फाउंटेन की मरम्मत के साथ ही न्यूमैटिक सिस्टम से कृत्रिम लहरें उत्पन्न की जाएंगी, जो झील में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के साथ इसकी सुंदरता को और निखारेंगी।

सुरक्षा के लिए पूरे परिसर में कैमरे लगाए जाएंगे
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए झील में एलईडी लाइट वाली शिकारा बोट्स, रेसिंग बोट्स, वाटर स्कूटर और वेनिस की तर्ज पर गोंडोला बोट्स शुरू की जाएंगी। छोटे कैफे भी बनाए जाएंगे, जहां 15 से 20 लोग बैठ सकेंगे। सुरक्षा के लिए पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मौजूदा कैफेटेरिया को भी अपग्रेड किया जाएगा, ताकि पर्यटन विभाग की आय बढ़े।

सांस्कृतिक और पर्यावरण से जुड़े उत्सव होंगे
मंत्री ने हर सर्दियों में नैनी झील महोत्सव और देव दीपावली के आयोजन के लिए डीटीटीडीसी और पर्यटन विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। पर्यावरण संतुलन के लिए झील में बतख, हंस और अन्य पक्षी लाए जाएंगे। ताड़ के पेड़ और सजावटी पौधे लगाए जाएंगे। गर्मियों की छुट्टियों में मांग के आधार पर बोटिंग का समय रात 9 बजे तक बढ़ाया जा सकता है।

सड़कों से हटाकर गोशालाओं में भेजे जाएंगे निराश्रित गोवंश : विकास मंत्री
दिल्ली सरकार ने सड़कों से निराश्रित गोवंश को हटाकर गोशालाओं में भेजने का निर्णय लिया है। सरकार इसके लिए गोशालाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने जा रही है। विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने मॉडल टाउन में गोशालाओं के विकास और गोवंश पुनर्वास के मुद्दों पर गोशाला संचालकों, एमसीडी और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया। मंत्री ने गौशालाओं के विकास और गोवंश पुनर्वास के लिए रोडमैप तैयार करने का निर्णय लिया है।

मंत्री ने गोशालाओं के भूमि पट्टे की अवधि बढ़ाने और चारे की दर में वृद्धि जैसे सुझाव भी दिये हैं। इसके लिए 5 जून को विशेष समीक्षा बैठक भी करने का निर्णय लिया है, जिसमें मॉडल टाउन के विधायक अशोक गोयल भी शामिल होंगे। कपिल मिश्रा ने बताया कि गोशाला संचालकों ने गाय के दूध, घी, पनीर और उपले जैसे उत्पादों की बिक्री की अनुमति मांगी है ताकि गोशालाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही, मौजूदा नियमों में संशोधन की मांग की गई है। संचालकों ने चारे के लिए प्रति गोवंश 20 रुपये की दर को बढ़ाने का भी अनुरोध किया है, जिस पर मंत्री ने निर्णय लेने आश्वासन दिया है।

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