दून-मसूरी के कई स्कूलों ने बच्चों को घर ले जाने का दिया विकल्प

पहलगाम की घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजी युद्ध की स्थिति से बोर्डिंग स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक भी चिंतित हैं। ऐसे में दून-मसूरी के कई नामी स्कूलों ने अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए बच्चों को घर ले जाने का विकल्प दिया है।

दून के कई स्कूलों में कुछ दिन बाद गर्मियों की छुट्टियां होने वाली हैं, लेकिन इससे पहले ही उन्हें घर जाने का विकल्प दिया गया है। वहीं, कई स्कूल सरकार की गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं। स्कूल लगातार अभिभावकों से संपर्क बनाए हुए हैं। अभिभावक भी उनसे बच्चों की सुरक्षा को लेकर जानकारी ले रहे हैं।

वेल्हम ब्वायज स्कूल में गर्मियों की छुट्टियां 16 मई से होने वाली हैं, लेकिन अधिकांश बच्चे घर चले गए हैं। एक प्रतिष्ठित स्कूल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फिलहाल किसी प्रकार की चिंता की स्थिति नहीं है। अभिभावकों को बच्चों को घर ले जाने का विकल्प दिया गया है।

वहीं, मसूरी के सेंटजार्ज कालेज, वाइनबर्ग एलन, ओकग्रोव स्कूल, मसूरी पब्लिक स्कूल, गुरुनानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल, वुडस्टाक स्कूल, कांवेंट आफ जीजस एंड मेरी वेवरली, मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में विदेशी एवं देश के विभिन्न राज्यों के बच्चे पढ़ते हैं। गुरुनानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी सुनील बख्शी ने बताया कि अभिभावक अपने बच्चों के बारे में जानकारी फोन पर ले रहे हैं।

अभी तक किसी बच्चे को घर नहीं भेजा गया है और स्कूल पूरी सुरक्षा के बीच बच्चों को शिक्षा दे रहा है। आगे सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। मसूरी इंटरनेशनल स्कूल, कांवेंट आफ जीजस एंड मेरी वेवरली और ओकग्रोव स्कूल से भी अभी कोई छात्र वापस नहीं गया है। वाइनबर्ग एलन स्कूल के अनिल चौधरी ने बताया कि स्कूल प्रशासन अपनी ओर से किसी भी बच्चे को वापस भेजने के लिए अभिभावकों को नहीं कह रहे हैं, यदि कोई अभिभावक अपने बच्चों को ले जाना चाहते हैं तो ले जा सकते हैं।

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