आज 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए एक जोरदार ऐलान किया।
उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि भारत अब परमाणु धमकियों को बर्दाश्त नहीं करेगा और सिंधु जल संधि के “अन्याय” को खत्म करने का वादा किया। अपने 12वें लगातार स्वतंत्रता दिवस भाषण में पीएम ने आत्मनिर्भरता, तकनीक और रक्षा के क्षेत्र में भारत के मजबूत भविष्य का खाका खींचा।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की तारीफ की और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की बात कही। साथ ही, उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार और जीएसटी सुधार जैसे बड़े तोहफों का ऐलान किया। आइए, उनके भाषण की अहम बातों को आसान भाषा में समझें।
दीवाली का बड़ा तोहफा
इस दीवाली, देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि सरकार जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार लाएगी। टैक्स स्लैब को आसान करने और रोजमर्रा की चीज़ों पर जीएसटी दरें कम करने का वादा किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, “इस दीवाली, आप एक नया और सरल जीएसटी ढांचा देखेंगे, जो आम आदमी की ज़िंदगी को आसान बनाएगा और हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा,”
उन्होंने बताया कि पिछले आठ सालों में जीएसटी में बड़े सुधार हुए हैं और अब ये नई सुधार देशभर में टैक्स का बोझ कम करेंगे। ये कदम न सिर्फ घरेलू खपत बढ़ाएगा, बल्कि पारदर्शिता और नियमों का पालन भी सुनिश्चित करेगा।
सुदर्शन चक्र: देश की सुरक्षा का नया कवच
पीएम ने रक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल का ज़िक्र किया, जिसे उन्होंने “सुदर्शन चक्र मिशन” का नाम दिया।पीएम मोदी ने कहा, “अगले दस सालों में, 2035 तक, हम अपने राष्ट्रीय सुरक्षा कवच को और मज़बूत करेंगे। भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरणा लेकर हमने ये रास्ता चुना है।”इस मिशन के तहत भारत अत्याधुनिक तकनीक से अपने शहरों, सामरिक ठिकानों और पवित्र स्थानों की हिफाजत करेगा। पीएम मोदी ने कहा, “ये सुदर्शन चक्र हमारी ताकत बनेगा, जो किसी भी दुश्मन की नापाक साजिश को नाकाम कर देगा।”
युवाओं को 15,000 रुपये का तोहफा
पीएम मोदी ने युवाओं के लिए एक बड़ी स्कीम का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “आज 15 अगस्त है और आज से हम 1 लाख करोड़ रुपये की योजना शुरू कर रहे हैं। प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत, जो युवा निजी क्षेत्र में अपनी पहली नौकरी पाएंगे, उन्हें सरकार 15,000 रुपये देगी।”
इसके अलावा, ज़्यादा नौकरियां पैदा करने वाली कंपनियों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पीएम ने दावा किया कि इस योजना से करीब 3.5 करोड़ नई नौकरियां पैदा होंगी, जो युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है।
परमाणु धमकी और सिंधु जल संधि पर सख्त रुख
पीएम ने परमाणु धमकियों पर सख्त लहजा अपनाते हुए कहा, “भारत अब परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमने ठान लिया है कि ऐसी धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे।”
उन्होंने सिंधु जल संधि को “अन्यायपूर्ण” बताते हुए कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। ये संधि हमारे किसानों के लिए नुकसानदेह रही है, जबकि दुश्मन के खेतों को सींचा गया। ये कैसा समझौता है?”
पीएम मोदी ने साफ किया कि भारत अब इस संधि को लेकर नया रुख अपनाएगा और अपने किसानों के हक की लड़ाई लड़ेगा।
आत्मनिर्भरता का नया मंत्र
आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए पीएम ने कहा कि दूसरों पर निर्भरता “आफत का सबब” है। उन्होंने सौर, हाइड्रोजन और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की योजनाओं का जिक्र किया।
आत्मनिर्भरता सिर्फ आयात-निर्यात या रुपये-पाउंड तक सीमित नहीं है। ये हमारे देश की मजबूती का आधार है। हमें हर हाल में अपनी ताकत बढ़ानी है, ताकि हम किसी के मोहताज न रहें।
ऑपरेशन सिंदूर की गूंज
पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमने अपनी सेना को पूरी आज़ादी दी, और उन्होंने दुश्मन के इलाके में घुसकर आतंकी ढांचे को तबाह कर दिया। ये काम दशकों में नहीं हुआ था।” मुझे गर्व है कि लाल किले से मैं ऑपरेशन सिंदूर के नायकों को सलाम कर रहा हूं। हमारी सेना ने दुश्मन को ऐसा सबक सिखाया कि हर दिन नई खबरें सामने आ रही हैं।
इस साल के अंत तक मिलेगा मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर
तकनीक के क्षेत्र में भारत की प्रगति पर बात करते हुए पीएम ने सेमीकंडक्टर सेक्टर पर खास ज़ोर दिया। पीएम मोदी ने कहा, “50-60 साल पहले सेमीकंडक्टर कारखाने का विचार आया था, मगर उसे दबा दिया गया। हमने 50-60 साल गंवाए। अब हम मिशन मोड में काम कर रहे हैं। इस साल के अंत तक मेड-इन-इंडिया चिप्स बाज़ार में होंगे।”
मोदी ने कहा कि 21वीं सदी तकनीक की सदी है, और जो देश इस दौड़ में आगे होगा, वही कामयाब होगा। भारत अब इस रास्ते पर तेज़ी से बढ़ रहा है।