पंजाब में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। 43 लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 2000 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ऐसे में एलपीयू के कुलपति अशोक कुमार मित्तल ने बाढ़ की वजह से जान गंवाने वालों के परिवारों को नौकरी देने का एलान किया है।
पंजाब में बाढ़ की वजह से अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। 23 जिलों के 1902 से अधिक गांव पानी की चपेट में हैं, जिससे 3.84 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों पारिवारिक सदस्यों के लिए राज्यसभा सदस्य एवं लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के कुलपति अशोक कुमार मित्तल ने बड़ा एलान किया है। एलपीयू के वाइस चांसलर अशोक कुमार मित्तल ने एलान किया है कि पंजाब में बाढ़ की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिवार के एक-एक सदस्य को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी एवं उनकी शाखा संस्थानों में नौकरी दी जाएगी।
इधर दूसरी तरफ गांवों में बाढ़ग्रस्त लोगों और प्रशासन के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रभावित गांवों में एक-एक गजटेड अफसर नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। प्रभावित लोग इन अधिकारियों के साथ अपनी समस्याएं साझा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। हालांकि तबीयत खराब होने की वजह से वो अरविंद केजरीवाल के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने नहीं जा पाए। उनकी जगह आप के प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री अमन अरोड़ा ने केजरीवाल को पंजाब में बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया। विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल व मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि 2 हजार करोड़ के राहत पैकेज संबंधी पंजाब के मांगपत्र पर केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने सकारात्मक विचार का समर्थन दिया है।
सरकार ने केंद्र से बकाया 60 हजार करोड़ रुपये भी जारी करने की मांग की है। 20972 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। 4.24 लाख एकड़ फसल डूब चुकी है। एनडीआरएफ की 31 व सैन्य और अर्धसैनिक बल की 29 टुकड़ियां राहत कार्यों में जुटी हैं।