बारिश का मौसम अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है, जिसमें डेंगू भी शामिल है। बारिश की वजह से इधर-उधर पानी जमा होने लगता है, जिसकेकारण मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी फैलाते हैं। डेंगू भी मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारी है, जिसका वक्त पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
तेज बुखार आना
डेंगू का सबसे पहला और सामान्य लक्षण है अचानक तेज बुखार आना। यह बुखार 102°F से 104°F तक हो सकता है और इसमें ठंड लगने के साथ पसीना भी आ सकता है। सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से अलग, डेंगू का बुखार लगातार बना रहता है और दवा लेने के बाद भी जल्दी उतरता नहीं है।
सिरदर्द और आंखों में दर्द
डेंगू के मरीजों को तेज सिरदर्द की शिकायत होती है, खासकर आंखों के पीछे और माथे के हिस्से में। इसके साथ ही आंखों में तेज दर्द, खासकर आंखों को हिलाने पर, भी डेंगू का संकेत हो सकता है। यह दर्द इतना तेज हो सकता है कि मरीज को चक्कर आने लगें।
मांसपेशियों और ड़ों में दर्दजो
डेंगू को “हड्डी तोड़ बुखार” भी कहा जाता है, क्योंकि इससे पीड़ित व्यक्ति को मांसपेशियों और जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। यह दर्द इतना तेज हो सकता है कि मरीज को चलने-फिरने या सामान्य काम करने में भी दिक्कत होने लगती है।
त्वचा पर रैशेज होना
डेंगू बुखार आने के 2-3 दिन बाद शरीर पर रैशेज दिखाई दे सकते हैं। ये रैशेज छोटे लाल धब्बों की तरह होते हैं और ज्यादातर चेहरे, छाती, हाथ-पैरों पर नजर आते हैं। कई बार इनमें खुजली भी हो सकती है।
उल्टी और कमजोरी महसूस होना
डेंगू के मरीजों को मतली, उल्टी और भूख न लगने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है, जिससे कमजोरी, थकान और चक्कर आने लगते हैं। गंभीर मामलों में नाक या मसूड़ों से खून आना, पेट में तेज दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं।
डेंगू से बचाव के उपाय
मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
घर के आसपास पानी जमा न होने दें, कूलर, गमले, टायर आदि को साफ रखें।
फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।
डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और प्लेटलेट काउंट की जांच करवाएं।