विदेश मंत्री एस जयशंकर और मालदीव के उनके समकक्ष अब्दुल्ला खलील सोमवार को भारत-मालदीव आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा पर समीक्षा बैठक करेंगे। खलील एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ रविवार शाम से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। यह इस साल उनकी तीसरी भारत यात्रा है।
व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी पर भारत-मालदीव दृष्टि पत्र को पिछले वर्ष अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपनाया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब्दुल्ला खलील की यात्रा भारत और मालदीव के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक वार्ता के लिए है।
मालदीव के विदेश मंत्री के साथ होगी द्विपक्षीय वार्ता
बता दें कि खलील, जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मालदीव, भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और भारत की पड़ोस पहले नीति और विजन महासागर में एक महत्वपूर्ण साझेदार है, जिसका उद्देश्य सभी क्षेत्रों में समग्र प्रगति है।
भारत और मालदीव में सुधर रहे संबंध
चीन समर्थक मुइज्जू द्वारा नवंबर 2023 में शीर्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया था। अक्टूबर में दिल्ली यात्रा के दौरान मुइज्जू ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया, जिसके बाद संबंधों में सुधार हुआ है।