अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों अपने टैरिफ वाले फैसले को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने हाल में ही भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का एलान किया है। इसके बाद भारत पर टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। अब एक नया एलान किया है।
दरअसल, बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कंप्यूटर चिप्स और सेमी कंडक्टर के आयात पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला लेने वाले हैं। माना जा रहा है कि ट्रंप के इस कदम के बाद अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल घरेलू उपकड़ों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ने की संभावना है।
इन कंपनियों को ट्रंप देंगे छूट
हालांकि, इसके अलावा ट्रंप ने कहा कि वह उन कंपनियों को छूट देंगे, जो अमेरिका में ही सेमीकंडक्टर बनाती हैं। इसका मतलब है कि इन कंपनियों को सामान आयात करने पर शुल्क में राहत मिलेगी।
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एप्पल के सीईओ से टिम कुक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर पर करीब 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, जो कंपनियां अमेरिका में इसका उत्पादन करती हैं उन्हें इस शुल्क से राहत मिलेगी।
ट्रंप के इस फैसले से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर क्या होगा असर?
माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले का सीधा असर अमेरिका में उपभोक्ताओं पर देखने को मिल सकता है। अगर डोनाल्ड ट्रंप कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर पर 100 प्रतिशत का भारी टैरिफ लगाते हैं, तो इसके कारण मोबाइल, कार समेत कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण महंगे हो जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि इन कंपनियों का मुनाफा कम हो जाएगा।
दुनिया में बढ़ रही सेमीकंडक्टर्स की मांग
बता दें कि अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम देशों में सेमीकंडक्टर की मांग बढ़ रही है। कोरोना काल में दुनिया भर में चिप्स की भारी कमी हो गई थी। माना जा रहा है कि ट्रंप के इस फैसले के बाद कमोवेश वैसी ही स्थिति हो सकती है। आज के समय में दुनिया भर में चिप्स की मांग बढ़ती जा रही है। ऑटोमोबाइल, मोबाइल के लिए चिप्स की अहम भूमिका है।