भीषण गर्मी में दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर लगा रहा लंबा जाम, रुड़की से धर्मनगरी तक रेंग-रेंगकर चले वाहन

एक ओर भीषण गर्मी की तपिश और दूसरी ओर हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें… यह हाल था रविवार को धर्मनगरी हरिद्वार का। लगातार चौथे दिन श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने से हाईवे से लेकर शहर की अंदरूनी गलियों में भीषण जाम लगा रहा।

भीड़ और जाम के आगे पुलिस-प्रशासन की व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हुईं। हालात यह रहे कि वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे और यात्रियों को भीषण गर्मी में घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को भी हाईवे पर व्यवस्था बनाने में खूब पसीना बहाना पड़ा।

वहीं, मंगलौर में सीएम की धन्यवाद रैली ने कड़ी धूप में श्रद्धालुओं की अग्निपरीक्षा ली। हाईवे पर जगह-जगह बैरिकेड लगा दिए गए। जिससे घंटों वाहनों की कतारें लगा रहीं। यह हाल नारसन, मंगलौर, हाईवे बाईपास के अलावा लंढौरा लक्सर मार्ग पर रहा। लोग मेन हाईवे से जाने की जिद करते रहे, जिससे तीर्थयात्रियों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक भी होती रही।

बृहस्पतिवार को गंगा दशहरा से धर्मनगरी में भीड़ बढ़ना शुरू हुई थी। इसे देखते हुए पुलिस ने यातायात प्लान भी लागू किया था, लेकिन भीड़ और वाहनों के दबाव के आगे प्लान फेल हो गया और पहले दिन ही हाईवे से लेकर शहर की गलियां जाम हो गईं।

शुक्रवार को निर्जला एकादशी और फिर शनिवार और रविवार को वीकेंड के चलते दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार पहुंच गए। इसके साथ ही, गर्मियों की छुट्टियां और चारधाम यात्रा भी चल रही है, जिससे यात्रियों और पर्यटकों की भीड़ और बढ़ गई है।

रविवार को भी हालात नहीं बदले और इस भीड़ का असर हाईवे से लेकर शहर की आंतरिक सड़कों तक दिखाई दिया। वाहनों का दबाव इतना रहा कि भूपतवाला, कनखल, रेलवे स्टेशन रोड पर दिनभर भीषण जाम लगा रहा। स्थानीय लोगों को भी दफ्तर जाने के साथ ही जरूरी कामों के लिए निकलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस और ट्रैफिक कर्मी जगह-जगह तैनात रहे, लेकिन बढ़ती भीड़ और वाहनों के दबाव के आगे वह भी बेबस नजर आए। भीषण गर्मी और तेज धूप में पुलिसकर्मी जाम खुलवाने में पसीना बहाते रहे। हालांकि सोमवार को पर्यटकों की संख्या में थोड़ी कमी आने से जाम से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

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