मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने से तेज बारिश का दौर चल रहा है। गुरुवार को 26 जिलों में अति भारी या भारी बारिश की चेतावनी दी है। अगले 24 घंटे के दौरान झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास और सीहोर में अति भारी बारिश होने का अलर्ट है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है।वहीं, भोपाल, गुना, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, इंदौर, रतलाम, धार, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
अगले तीन दिन तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि एक मानसून ट्रफ प्रदेश से गुजर रही है। वहीं, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन का भी असर है। इस वजह से अगले तीन दिन तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहेगा।
25 से ज्यादा जिलों में हुई बारिश
बुधवार को प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। पचमढ़ी, रतलाम-नरसिंहपुर में 1 इंच, इंदौर, खरगोन, भोपाल, ग्वालियर-शिवपुरी में पौन इंच, उज्जैन, दमोह और रायसेन में आधा इंच से अधिक पानी गिर गया। गुना में आधा इंच बारिश हुई। बैतूल, दतिया, छिंदवाड़ा, मंडला, हरदा, सागर, सिवनी, बालाघाट, नर्मदापुरम, शाजापुर, उमरिया समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। वहीं जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेट खोल दिए गए। उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के तीन गेट, शिवपुरी में अटल सागर बांध मडीखेड़ा के दो, ग्वालियर में तिघरा डैम के 7 जबकि तवा डैम के 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।
प्रदेश में अब तक 39 इंच बारिश
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक 39 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 105 प्रतिशत है। वहीं, अब तक 31.8 इंच बारिश होनी थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।इस बार बारिश के मामले में गुना सबसे बेहतर है। यहां 58.6 इंच बारिश हो चुकी है। सीजन में 26.4 इंच पानी ज्यादा गुना में गिर चुका है। सबसे कम बारिश वाले 5 जिले इंदौर और उज्जैन संभाग के हैं। इंदौर में सबसे कम 21.4 इंच बारिश हुई है। खरगोन में 22.7 इंच, शाजापुर में 24 इंच, बड़वानी में 24.2 इंच और खंडवा में 24.4 इंच बारिश हुई है।