झांसी के सीपरी बाजार के भोजला गांव के पास सोमवार दोपहर पत्नी के साथ जा रहे डेयरी संचालक अरविंद यादव (38) की कई बदमाशों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। पत्नी संगीता को लात-घूंसों से मारकर सड़क पर पटक दिया गया। घटना के बाद हमलावर हवाई फायर करते हुए भाग निकले।
दिनदहाड़े गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आसपास की दुकानें भी धड़ाधड़ बंद हो गईं। इस नृशंस हत्या से भोजला समेत आसपास के इलाकों में तनाव फैल गया। सुरक्षा के लिहाज से गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। उधर, आरोपी घर में ताला बंद करके फरार हो गए। संगीता ने गांव के पूर्व ग्राम प्रधान समेत उसके परिजनों पर पति की हत्या का आरोप लगाया। नौ नामजद समेत अज्ञात पर मुकदमा दर्ज करने के बाद से पुलिस उन्हें तलाश रही है। पूछताछ के लिए कई लोगों को उठाया गया है।
घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। अभी तक की छानबीन में दोनों परिवार के बीच पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। भोजला गांव निवासी अरविंद गांव में रहकर डेयरी चलाता था। पत्नी संगीता ने बताया कि अरविंद ने दो लाख का लोन लिया था। किस्त की रकम के लिए पैसा निकालने के लिए पहले वे दोनों करीब साढ़े 11 बजे बाइक से बीकेडी के पास स्थित एक बैंक में गए। वहां से दो लाख रुपये निकालकर भोजला मंडी स्थित एसबीआई में किस्त जमा करने जा रहे थे।
12 से अधिक बदमाशों ने घेरकर अरविंद पर चलाई गोली
संगीता के मुताबिक, बीकेडी के पास से तीन बाइक पर सवार युवक उनका पीछा कर रहे थे। जैसे ही वह दोनों भोजला गांव के करीब पहुंचे, वहां पहले से घात लगाए बैठे 12 से अधिक बदमाश अरविंद को घेरकर गोलियां चलाने लगे। तीन मिनट तक तबाड़तोड़ गोलियां चलती रहीं। खून से लथपथ अरविंद जमीन पर गिर पड़ा।
पति को खून से लथपथ देख संगीता आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाने लगी। कुछ देर में एबुलेंस पहुंच गई। पत्नी अरविंद को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद, सीपरी बाजार पुलिस अस्पताल पहुंची। एसएसपी बीबी जीटीएस मूर्ति, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
कई दिनों तक रेकी, मौका पाते ही वारदात को दिया अंजाम
झांसी में भीड़ भरी सड़क पर जिस तरह से इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया, उसे देख संभावना जताई जा रही कि कई दिन पहले से हत्याकांड की साजिश रची गई थी। इसके लिए हथियार समेत संसाधन जुटाए गए। वारदात के बाद पुलिस दबिश देने जब आरोपियों के घर पहुंची, तब वहां पहले से ही ताला लटक रहा था। यहां तक हमलावरों ने अपने घरों में बंधे रहने वाले जानवर तक हटा दिए। घर में महिलाएं भी नहीं थीं। इस वजह से संभावना जताई जा रही कि पिछले करीब एक सप्ताह पहले से ही हत्याकांड का ताना-बाना बुन लिया गया था।