हर साल 14 अगस्त को मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर पीएम मोदी ने इस दिन को एक दुखद अध्याय बताया। पीएम ने कहा कि ये दिन देश को एक सूत्र में पिरोने वाले सद्भाव के बंधन को मजबूत करने की लोगों की स्थायी जिम्मेदारी की याद दिलाता है।
लाखों लोग मारे गए और घर छोड़कर भागे
पीएम ने आगे कहा,
इस दिन भारत ‘हमारे इतिहास के दुखद अध्याय’ के दौरान अनगिनत लोगों द्वारा झेली गई उथल-पुथल और पीड़ा को याद करता है। मैं उस अकथनीय पीड़ा का याद कर रहा हूं जब लाखों लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।अनुमान है कि सांप्रदायिक हिंसा में लाखों लोग मारे गए थे।
जब सब खोकर भी बड़े मुकाम हासिल किए
प्रधानमंत्री ने एक्स पर कहा, “यह उनके साहस का सम्मान करने का भी दिन है… अकल्पनीय क्षति का सामना करने और फिर भी नए सिरे से शुरुआत करने की ताकत पाने की उनकी क्षमता का सम्मान हर किसी को करना चाहिए। पीएम ने कहा कि इसमें लाखों लोग प्रभावित हुए और उनमें से कई लोगों ने सब खोकर भी बड़े मुकाम हासिल किए।