6 अगस्त की रात रूस ने यूक्रेन पर युद्ध का अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस से व्यापार जारी रखने वाले देशों पर टैरिफ और अन्य सख्त प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जेलेंस्की से पूछा गया कि चीन में पीएम नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात को लेकर उनका क्या कहना है और क्या उन्हें लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारत पर टैरिफ लगाने की योजना उलटी पड़ सकती है? इस पर जेलेंस्की ने कहा, ‘रूस के साथ सौदे जारी रखने वाले देशों पर टैरिफ लगाना सही विचार है।’
रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए ठोस कदम जरूरी’
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी पोस्ट करते हुए कहा कि रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कदम जरूरी हैं। उन्होंने कहा, ‘रूस और उससे जुड़े व्यक्तियों पर सख्त प्रतिबंध, टैरिफ और व्यापार पर रोक लगनी चाहिए। रूस को आर्थिक रूप से नुकसान महसूस होना चाहिए, तभी दुनिया को असली नतीजे दिखाई देंगे।’
यूक्रेन पर रूस का सबसे बड़ा हमला
इसी बीच रूस ने शनिवार रात यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 800 से ज्यादा ड्रोन और 13 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें 4 बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। इसके कारण राजधानी कीव में 11 घंटे तक लगातार एयर-रेड सायरन बजते रहे। वहीं इस हमले में कई आवासीय इमारतों पर ड्रोन हमले हुए, जिनमें एक बच्चे समेत कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट ऑफ मिनिस्टर्स की इमारत पर हमला हुआ, जिससे ऊपरी मंजिलों पर भीषण आग लग गई। शुरुआती रिपोर्टों में दावा किया गया कि कुछ ड्रोन बेलारूस की दिशा से यूक्रेन में दाखिल हुए।