उत्तराखंड: हल्द्वानी शहर के गौलापार के मासूम हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हत्यारोपी ने बच्चे के सिर को धड़ से अलग करने के बाद जलाने का प्रयास किया था। असफलता नहीं मिलने पर उसने अपनी ही गोशाला में ही सिर को कटे हुए हाथ के साथ दफना दिया। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
गौलापार निवासी बंटाईदार के 10 साल के बेटे की हत्या के बाद पुलिस ने नौ अगस्त को हत्यारोपी पड़ोसी निखिल जोशी की निशानदेही पर उसकी गोशाला से सिर और हाथ बरामद कर लिया था। इसी दिन एसएसपी पीएन मीणा ने हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में सामने आया कि हत्यारोपी ने मासूम की गला घोंटकर हत्या करने के बाद सिर को धड़ से अलग किया।
इसके बाद पेट्रोल डालकर सिर को जलाने की कोशिश की। इस दौरान सिर के बाल जल गए लेकिन बाकी हिस्सा नहीं जल सका। ऐसे में आरोपी ने सिर और कटे हाथ को में गड्ढे में दफन कर दिया था। पोस्टमार्टम के दौरान मासूम के सिर के बाल जले हुए पाए गए हैं।
यह था मामला
बरेली के शाही क्षेत्र के एक गांव निवासी किसान परिवार गौलापार क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहता है। चार अगस्त को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उनका 10 साल का बेटा गायब हो गया। सीसीटीवी के जरिये उसकी लोकेशन घर के पीछे गली में मिली। आरोप के बाद शाम पांच बजे पुलिस ने एक परिवार के पांच सदस्यों को उठा लिया। मंगलवार को आरोपी के घर के पीछे बच्चे का सिर और एक हाथ कटा धड़ बरामद हुआ। सिर और हाथ की बरामदगी के लिए परिजनों ने बुधवार से शुक्रवार तक कभी थाने तो कभी चौकी पर धरना दिया। शनिवार को पुलिस ने आरोपी के घर के पास से सिर और हाथ बरामद कर लिया। इसके बाद हिरासत में लिए गए पांच आरोपियों में से एक निखिल जोशी को हत्यारोपी बनाया गया।
मासूम हत्याकांड का पुलिस खुलासा कर चुकी है। पोस्टमार्टम व फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही इस मामले में कुछ और बातें कहीं जा सकती हैं।