आजकल जॉब मार्केट में ऐसे पेशेवरों की मांग अधिक बढ़ रही है, जिन्हें एआई में कौशल के साथ-साथ एआई में विशेष रुचि भी हो। दरअसल एआई के विकास के साथ-साथ इस क्षेत्र में न केवल नौकरियों के अवसर बढ़ रहे है, बल्कि इस क्षेत्र में युवाओं का रुझान भी बढ़ रहा है। अब युवा ऐसे क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं, जहां उन्हें नौकरी के बेहतरीन अवसर और अपने काम में कुछ रचनात्मक तरीके से सीखने का अवसर भी मिले। युवाओं की एआई में रुचि को विकसित करने के उद्देश्य से ही गूगल ने एआई से संबंधित पांच ऐसे फ्री ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत की है, जो आपको एआई की बारीकियों से अवगत कराएगा। अगर आप भी एआई में अपने कौशल व रचनात्मकता को बढ़ाना चाहते हैं, तो आप गूगल के पांच फ्री ऑनलाइन कोर्स में शामिल हो सकते हैं।
गूगल एआई एसेंशियल स्पेशलाइजेशन
यह चार घंटे का यह ऑनलाइन कोर्स शुरुआती स्तर के युवाओं के लिए डिजाइन किया गया है। इस कोर्स के पाठ्यक्रम में कुल 5 मॉड्यूल शामिल है। इस कोर्स के दौरान आपको एआई का परिचय, मैक्सिमाइज प्रोडक्टिविटी विथ एआई टूल, आर्ट ऑफ प्रॉम्प्टिंग, एआई रिस्पांसिबिलिटी और एआई कर्व जैसे विषयों से आपको अवगत कराया जाएगा।
इंट्रोडक्शन टू जेनरेटिव एआई
यह 45 मिनट का ऑनलाइन कोर्स है। कोर्स के दौरान युवाओं को जेनरेटिव एआई की बारीकियों से परिचित किया जाएगा। यह एक माइक्रो लर्निंग कोर्स है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को यह बताना है कि जेनरेटिव एआई क्या है, इसका उपयोग कैसे किया जाता है और यह पारंपरिक मशीन लर्निंग मेथड से कैसे अलग है।
लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स
यह एक शुरुआती स्तर का माइक्रो लर्निंग ऑनलाइन कोर्स है, जिसका मुख्य उद्देश्य लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स , प्रॉम्प्ट ट्यूनिंग को विकसित करने के लिए एलएलएम का उपयोग कैसे किया जाए जैसे विषयों से अवगत कराया जाना है। प्रतिभागियों की सुविधा के लिए विषय से संबंधित रीडिंग व क्विज भी शामिल है।
रिस्पांसिबल एआई
तीस मिनट के इस ऑनलाइन कोर्स का उद्देश्य प्रतिभागियों को रिस्पांसिबल एआई से अवगत कराना, यह क्यों जरूरी है और गूगल अपने एआई प्रोडक्ट में रिस्पांसिबल एआई का उपयोग कैसे करता है, जैसे विषयों से प्रतिभागियों को गहराई से जानकारी प्रदान की जाएगी। कोर्स की रूपरेखा को बेहतर ढंग से समझने के लिए 7 मिनट का विडियो लैक्चर व क्विज भी शामिल है।
इंट्रोडक्शन टू वर्टेक्स एआई स्टूडियो
यह दो घंटे का फ्री ऑनलाइन कोर्स है, जिसमें कोर्स से संबंधित केवल एक मॉड्यूल शामिल है। कोर्स के दौरान प्रतिभागियों को प्रोटोटाइपिंग, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग, एप्लीकेशन डेवलपमेंट, जेनरेटिव एआई जैसे विषयों से अवगत कराया जाएगा।