नेपाल में जेन-जी के उग्र प्रदर्शन से बिगड़े हालात को देखते हुए लखीमपुर खीरी में भारतीय सीमा को सील कर दिया गया। मंगलवार रात डीएम और एसपी गौरीफंटा सीमा पर पहुंचे और पैदल गश्त कर हालात का जायजा लिया।
नेपाल में हिंसक प्रदर्शन की आग मंगलवार को भारत के लखीमपुर खीरी जिले के गौरीफंटा की सीमा से सटे धनगढ़ी के कैलाली जिले में भी पहुंच गई। इसके बाद भारतीय सीमा सील कर दी गई। लखीमपुर खीरी की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प ने शर्मा रात करीब साढ़े नौ बजे सीमा पर पहुंचकर एसएसबी जवानों के साथ पैदल गश्त की। पीलीभीत की नेपाल सीमा भी अघोषित तौर पर सील कर आवाजाही रोक दी गई है।
धनगढ़ी में हजारों युवाओं ने सुदूर पश्चिम प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यालय में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। कार्यालय में घुसकर मुख्यमंत्री कमल बहादुर शाह सरकार और एक मंत्री की कार में तोड़फोड़ की। इस पर पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया। इस पर आंदोलनकारी वहां से निकलते हुए बाजार पहुंच गए और प्रदर्शन किया।
सुदूर पश्चिम प्रदेश के राज्यपाल कार्यालय में भी घुसकर प्रदर्शनकारियों ने आगजनी व तोड़फोड़ की। महत्वपूर्ण कागजात भी जलकर राख हो गए। साथ ही उत्तर बेहड़ी में नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउवा व नेपाली कांग्रेस पार्टी के सभापति व पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा के घर के बाहर भी आगजनी की। इसके अलावा धनगढ़ी स्थित प्रदेश सभा सचिवालय में भी तोड़फोड़ व आगजनी की गई। स्थिति को देखते हुए कैलाली प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है।
डीएम व एसपी पहुंचे बॉर्डर
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में हुए घटनाक्रम के बाद लखीमपुर खीरी जिले से लगी भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट बढ़ा दिया गया है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हो गईं हैं। मंगलवार की देर शाम डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा खुद बॉर्डर पर पहुंचे। उन्होंने गौरीफंटा क्षेत्र में एसएसबी और स्थानीय पुलिस संग पैदल गश्त कर हालात का जायजा लिया।
बॉर्डर पर तैनात एसएसबी अधिकारियों ने डीएम-एसपी को जानकारी दी कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर सीमा को एहतियातन सील कर दिया गया है। सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है और चप्पे-चप्पे पर गहन पेट्रोलिंग हो रही है। सुरक्षा बल लगातार चौकसी में जुटे हैं ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें। उन्होंने बॉर्डर पर तैनात सभी बटालियनों के कमांडेंट से बातचीत कर हालात की विस्तार से जानकारी ली और सभी से निरंतर अलर्ट मोड पर रहने को कहा।