मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ पाने की पहली शर्त यही है कि महिला जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हो। जीविका समूह से जुड़ने के बाद स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता पाने का आवेदन किया जा सकता है। इस योजना के शुभारंभ के दौरान प्रधानमंत्री 38 जिलों की महिला लाभार्थियों के खाते में सीधे नकद हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिये राशि भेजेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ करेंगे। इसके तहत, प्रधानमंत्री राज्य की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10,000 रुपये की राशि हस्तांतरित की जाएगी। कुल 7,500 करोड़ की इस राशि का वितरण महिलाओं को आजीविका के जरिये सशक्त बनाने के प्रयास का हिस्सा है।
कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये किया गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री इन महिला लाभार्थियों को संबोधित करेंगें। योजना के तहत 10,000 रुपये का शुरुआती अनुदान दिया जाएगा और बाद के चरणों में 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान किए जाने की संभावना है। योजना समुदाय-आधारित होगी, जिसमें वित्तीय सहायता के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सामुदायिक संसाधनों के जरिये संबंधित महिलाओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। उत्पाद बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राज्य में ग्रामीण हाट-बाजारों का विकास भी किया जाएगा। महिला रोजगार योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार व आजीविका के अवसरों के माध्यम से उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा फायदा
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ पाने की पहली शर्त यही है कि महिला जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हो। जीविका समूह से जुड़ने के बाद स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता पाने का आवेदन किया जा सकता है। इस योजना के शुभारंभ के दौरान प्रधानमंत्री 38 जिलों की महिला लाभार्थियों के खाते में सीधे नकद हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिये राशि भेजेंगे।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
महिला रोजगार योजना का लाभ केवल वही महिलाएं उठा सकती हैं, जो बिहार की स्थायी निवासी हों। इसमें राज्य की ग्रामीण और शहरी दोनों प्रकार की महिलाएं शामिल हैं। योजना के तहत आर्थिक सहायता पाने के लिए महिलाओं का जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ा होना अनिवार्य है। हालांकि, जिन महिलाएं अभी तक जीविका से नहीं जुड़ी हैं, उनके लिए भी यह अवसर खुला है। उन्हें पहले स्वयं सहायता समूह की सदस्यता लेनी होगी। सदस्य बनने की प्रक्रिया सरल रखी गई है—इसके लिए निर्धारित आवेदन पत्र भरना होगा और आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, निवास प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।
आवेदन कैसे करें: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों सुविधा उपलब्ध
महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को बेहद सरल और सुगम बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं सीधे अपने ग्राम संगठन या जीविका समूह के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं। वहां समूह की प्रतिनिधि उन्हें फॉर्म भरने और दस्तावेज जमा करने में सहयोग करेगी। शहरी क्षेत्र की महिलाएं जीविका की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में फॉर्म भरने के बाद आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज:
आधार कार्ड (पहचान प्रमाण के रूप में)
बैंक पासबुक (खाते का विवरण सुनिश्चित करने के लिए)
पैन कार्ड (वित्तीय लेन-देन की पारदर्शिता हेतु)
पासपोर्ट साइज फोटो