सीतापुर के चर्चित बीएसए-प्रिंसिपल विवाद के बीच योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल प्रिंसिपल के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं।
प्राथमिक विद्यालय नदवा मामले में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल का पोस्ट वायरल हो रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि सीतापुर का शिक्षक प्रकरण बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षक को इस हद तक प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने अपना आपा खो दिया। मात्र 20 सेकेंड की वीडियो क्लिप के आधार पर शिक्षक को एकतरफा दोषी ठहरा देना उचित नहीं है। बीएसए ऑफिस में प्रवेश करने से लेकर अंत तक की सारी सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर ही जो भी दोषी हो, उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से वार्ता की बात भी लिखी है। घटना की निष्पक्ष जांच की बात कही है।
महानिदेशक से मिलेंगे शिक्षक
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने बीएसए की पीटने वाले शिक्षक के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा की अगुवाई में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर ज्ञापन दिया।कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो को सुनकर लगता है कि शिक्षक को बीएसए की ओर से प्रताड़ित किया जा रहा था। इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। महानिदेशक से मिलकर बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। कई शिक्षक मौजूद रहे।
शिक्षक को पीटने वालों के खिलाफ दर्ज हो एफआईआर
जागरूक नागरिक फाउंडेशन ने निलंबित शिक्षक की तरफ से एफआईआर दर्ज करवाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी व इंस्पेक्टर को ज्ञापन सौंपा। कहा कि बीएसए लगातार शिक्षक बृजेंद्र कुमार वर्मा का उत्पीड़न कर रहे थे।
कार्यालय में आरोपी शिक्षक को बीएसए के साथ आठ से 10 लोगों ने काफी मारा पीटा। इससे शिक्षक को काफी चोटें आईं हैं। शिक्षक का परिवार डरा सहमा हुआ है। इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। कार्यालय में शिक्षक को पीटने वाले अराजकतत्वों के खिलाफ एफआईआर करवाई जाए।
बीएसए के निलंबन की खबरों पर खंडन
बीती रात से सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही थीं कि बीएसए का निलंबन हो गया है। देर रात बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा ट्वीट करके इस बात को साफ किया गया कि इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।