मेट्रो ट्रेन के रुट और स्टेशनों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन हो चुका है। तय स्थानों पर नगर निगम और प्रशासन ने स्टेशन के लिए जमीन आवंटित कर दी है, लेकिन अभी भी भूमिगत हिस्से को लेकर आपत्ति और सुझावों का दौर चल रहा है।
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय चाहते है कि मेट्रो ट्रेन का रुट एमजी रोड के बजाए कनाडि़या रोड से ही भूमिगत हो, वही पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मेयर पुष्य मित्र भार्गव को चिट्ठी लिखकर मेट्रो के लिए सुभाष मार्ग का विकल्प सुझाया है।
उन्होंने कहा कि एमजी रोड पर सघन बस्ती और पुरातत्व महत्व के निर्माण है। वहां से मेट्रो ट्रेन भूमिगत होती है तो नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए मेट्रो को सुभाष मार्ग से ले जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मेट्रो को पत्रकार काॅलोनी के आगे पलासिया से 56 दुकान, रेसकोर्स रोड, राजकुमार ब्रिज से वीआईपी रोड से आगे एरोड्रम तक ले जाया जा सकता है। यह पत्र उन्होंने कुछ दिनों पहले लिखा था। पत्र में यह भी लिखा गया है कि माह में एक या दो मर्तबा मेट्रो के कामों को लेकर सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों की बैठक होना चाहिए।
ताई की आपत्ति के बाद बदला था राजवाड़ा का स्टेशन
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन (ताई) ने तीन साल पहले भी मेट्रो को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा था और राजवाड़ा के पास भूमिगत मेट्रो स्टेशन को लेकर कड़ी आपत्ति ली थी। उन्होंने कहा था कि मेट्रो के लिए होने वाली खुदाई से राजवाड़ा को नुकसान पहुंच सकता है। इसके बाद अफसरों ने मेट्रो के रुट में बदलाव करते हुए राजवाड़ा के बजाए मेट्रो का स्टेशन सदरबाजार के पुराने एसपी कार्यालय में किया गया। इस बार ताई ने एमजी रोड के बजाए सुभाष मार्ग से मेट्रो के रुट की पैरवी की है।